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❖ महमुद गजनवी :-
➤ महमूद गजनवी ने भारत पर 17 बार आक्रमण किया।
➤ इसने सोमनाथ मंदिर (गुजरात) को कई बार लूटा।
➤ इसने भारत पर अंतिम आक्रमण 1027 ई. में किया जिसमें सिंध प्रांत के खोखर जाटों ने इसे हराया तथा इसका सारा धन लूट लिया।
➤ गजनवी की मृत्यु 1030 ई. में हुई इसका दरबारी कवि अलबरूनी है।
❖ मुहम्मद गौरी :-
➤ ये गजनी (अफगानिस्तान) का शासक था।
➤ गौरी द्वारा लड़े गये प्रमुख युद्ध :-
युद्ध का नाम |
वर्ष |
शासक |
विजेता |
---|---|---|---|
तराइन – I | 1191 ई. | गौरी व पृथ्वीराज चौहान III | चौहान |
तराइन – II | 1192 ई. | गौरी व पृथ्वीराज चौहान III | गौरी |
चन्दावर का युद्ध | 1194 ई. | गौरी व जयचंद्र गौड़वाल | गौरी |
❖ पृथ्वीराज चौहान तृतीय :-
➤ उपनाम – रायपिथौरा, दलपंगुल
➤ पत्नी – संयोगिता (गंधर्व विवाह किया)
➤ भारत का अंतिम वास्तविक हिन्दु सम्राट
➤ इसका मित्र व प्रमुख कवि चन्द्रबरदाई जिसने पृथ्वीराज रासौ ग्रंथ लिखा।
❖ दिल्ली सल्तनत (1206 से 1290 ई.)
◆ गुलाम वंश :-
➤ भारत का प्रथम शासक वंश है।
◆ कुतुबुद्दीन ऐबक :-
➤ गुलाम वंश का संस्थापक, महमुद गौरी का गुलाम व सेनापति था।
➤ उपनाम – लाखबख्स (लाखों का दान करने वाला)
➤ विग्रहराज चतुर्थ / कवि बांधव / बिसलदेव चौहान द्वारा अजमेर में बनाई गई संस्कृत पाठशाला को कुतुबुद्दीन ऐबक ने तुड़वाकर इसे ढ़ाई दिन के झोपड़े में बदल दिया जो राजस्थान की प्रथम मस्जिद है।
➤ ऐबक ने भारत की प्रथम मस्जिद कुवेत उल इस्लाम का निर्माण दिल्ली में करवाया।
➤ ऐबक ने अपने गुरू बख्तियार काकी की याद में दिल्ली में कुतुबमीनार बनाया।
➤ 1210 ई. में लाहौर में पोलों / चौगान खेलते समय घोड़े से गिरने से इसकी मृत्यु हुई। भारत में तुर्की वंश का संस्थापक ऐबक है।
◆ इल्तुतमिश :-
➤ ऐबक का सेनापति, गुलाम व दामाद था।
➤ इसे गुलामों का गुलाम कहा जाता है।
➤ इसने राजधानी को लाहौर से दिल्ली स्थानांतरित की इसलिए इसे गुलाम वंश का वास्तविक संस्थापक कहा जाता है।
➤ इल्तुतमिश ने कुतुबमीनार का पुर्ण निर्माण करवाया।
➤ इसने इक्ता प्रणाली (सैनिकों को जमीन देना) चलाई।
➤ इसने अपने विश्वासी 40 गुलामों का एक संगठन चालीहा-ए-चेहलगामी का गठन किया तथा राजा के पद को वंशानुगत किया।
➤ इसने अमीरों का सर्वाधिक दमन किया।
➤ तराइन का तृतीय युद्ध 1215 ई. – इल्तुतमिश ने ताजुद्दीन अल्दोज को हराया।
◆ रजिया सुल्तान (1236 से 1240 ई.) :-
➤ इल्तुतमिश की पुत्री तथा भारत की एकमात्र महिला शासक थी।
➤ रजिया का प्रेमी याकुत व पति अल्तुनिया था।
➤ 1240 ई. में रजिया व अलतुनिया की हत्या कैथल (हरियाणा) में की थी।
◆ नासिरूद्दीन मुहम्मद :-
➤ इल्तुतमिश का पुत्र था।
➤ ऐसा सुल्तान जो टोपी सिलकर जीवन व्यतीत करता था।
◆ गयाशुद्दीन बलबन :-
➤ इल्तुतमिश की चालीहा में शामिल होने वाला प्रथम व्यक्ति।
➤ बलबन ने लौह व रक्त की नीति अपनाई तथा चालीसा संगठन का दमन किया।
➤ बलबन ने ईरानी त्यौहार नवरोज चलाया।
➤ गुलाम वंश के अंतिम शासक केमूर की हत्या जलालुद्दीन खिलजी ने की थी।
❖ खिलजी वंश (1290-1320 ई.)
◆ जलालुद्दीन खिलजी :-
➤ खिलजी वंश के संस्थापक थे। जब रणथम्भौर दुर्ग को नहीं जीत पाया तो उसने कहा कि ‘‘मैं ऐसे दस दुर्ग को मुसलमान के एक बाल के बराबर नहीं समझता।’’
◆ अलाउद्दीन खिलजी :-
➤ बचपन नाम – अली
➤ उपाधि – सिकन्दर ए साहनी
➤ भारत में सर्वप्रथम स्थाई सेना व सेना को नगद वेतन देने की शुरूआत की।
➤ अलाउद्दीन ने बाजार नियंत्रण प्रणाली अपनाई।
➤ रणथम्भौर का युद्ध – 1301 ई.
➤ अलाउद्दीन ने हम्मीर देव चौहान को हराया।
➤ हम्मीर के सेनापति रणमल व रतिपाल तथा भीमसिंह, धर्मसिंह।
✧ चितौड़गढ़ का युद्ध – 1303 ई. :-
➤ खिलजी ने चितौड़ के राजा रावल रतनसिंह को हराया। रतनसिंह की रानी पद्मावती थी।
➤ पदमावत ग्रंथ के लेखक – मलिक मुहम्मद जायसी
➤ रतनसिंह के सेनापति – गोरा-बादल थे।
➤ अलाउद्दीन ने चितौड़ जीतने के बाद खिज्र खाँ को शासक नियुक्त कर दिया तथा चितौड़गढ़ का नाम खिज्राबाद कर दिया।
✧ सिवाणा का युद्ध, 1308 ई. :-
➤ खिलजी ने वीर सातलदेव को हराया।
✧ जालौर युद्ध (1311-12 ई.) :-
➤ खिलजी ने जालौर के शासक कान्हड़देव व उसके पुत्र बीरमदेव चौहान को हराया तथा जालौर का नाम जलालाबाद कर दिया।
◆ मुबारक खाँ खिलजी :-
➤ स्वयं को खलीफा घोषित करने वाला शासक
➤ ऐसा शासक जो दरबार ने नग्न रहता था।
❖ तुगलक वंश (1320-1414 ई.)
➤ दिल्ली सल्तनत में सबसे लम्बे समय 94 वर्ष तक शासन किया।
◆ ग्यासुद्दीन तुगलक :-
➤ तुगलक वंश का संस्थापक
➤ दिल्ली सल्तनत का पहला शासक जिसने किसानों के प्रति सहयोग और उद्धारता की नीति अपनाई और ऋण वसूली बंद कर दी।
➤ सिंचाई हेतु नहर निर्माण करने वाला पहला शासक था।
➤ संगीत विरोधी तथा शराब पर प्रतिबंध लगाया।
➤ निजामुद्दीन ओलिया ने इसको कहा था कि ‘‘दिल्ली अभी दूर है’’|
➤ तुगलकाबाद में लकड़ी का मकान गिरने से इसकी मृत्यु हुई।
◆ मोहम्मद बिन तुगलक :-
➤ पहला मुस्लिम शासक जिसने हिन्दुओं के साथ सहिष्णुता की नीति अपनाई।
➤ इसने राजधानी दिल्ली से देवगिरी को बनाया, जिसका नाम दौलताबाद हो गया।
➤ इसके काल में हरिहर व बुक्का नाम के दो भाइयों ने दक्षिण भारत में 1336 ई. में ‘‘विजयनगर साम्राज्य’’ की स्थापना की।
➤ तालीकोट युद्ध – 1565 ई. इस युद्ध में विजयनगर साम्राज्य का पतन हो गया।
➤ इसके काल में 1347 ई. में हसन गंगू ने ‘‘बहमनी साम्राज्य’’ की स्थापना की।
➤ प्रथम मुस्लिम शासक जिसने हिन्दु त्यौहारों में भाग लिया।
◆ फिरोजशाह तुगलक :-
➤ इसने दिल्ली में फिरोजशाह कोटला स्टेडियम व दुर्ग बनाया जिसका अब नाम अरूण जेटली हो गया। इसने गोगामेड़ी (हनुमानगढ़) में गोगाजी का मंदिर बनाया।
➤ इसने सैनिक व जागीर पद को वंशानुगत किया तथा सैनिक वेतन के बदले जागीर देने की प्रथा शुरू की।
➤ प्रथम शासक जिसने ब्रह्यणों से जजिया कर लिया।
◆ नासिरूद्दीन मोहम्मद तुगलक :-
➤ तुगलक वंश का अंतिम शासक
➤ इसके काल में 1398 ई. में मंगोल नेता तैमुरलंग ने दिल्ली को अस्त व्यस्त कर दिया तथा राजस्थान के सबसे पुराने भटनेर दुर्ग पर आक्रमण किया व मुस्लिम महिलाओं ने जोहर किया। मुस्लिम महिलाओं द्वारा यह एकमात्र जोहर का उदाहरण है।
❖ सैयद वंश (1414-1451 ई.)
◆ सैयद वंश :-
➤ संस्थापक – खिज्र खाँ, तैमूर का सेनापति
➤ अलाउद्दीन आलमशाह – सैयद वंश का अंतिम शासक। इसने स्वेच्छा से शासन बहलोल लोदी को सौंप दिया।
❖ लोदी वंश (1451-1526 ई.)
◆ बहलोल लोदी :-
➤ लोदी वंश का संस्थापक
➤ इसके मकबरे का गुम्बद सबसे ऊँचा है।
➤ प्रथम अफगानी जिसने भारत में शासन किया।
◆ सिकन्दर लोदी :-
➤ इसने 1504 ई. में आगरा नगर बसाया व इसे 1506 ई. में राजधानी बनाया।
➤ आगरा में इसने मोठ मस्जिद बनाई। इसने मुस्लिम महिलाओं को पीर की मजार पर तथा हिन्दुओं पर यमुना स्नान करने की रोक लगा दी।
➤ सिकन्दर लोदी ‘गुलरूखी’ नाम से कविताएँ लिखता था।
◆ इब्राहिम लोदी :-
➤ दिल्ली सल्तनत व लोदी वंश का अंतिम शासक था।
1. खातौली युद्ध 1517 ई. :- मेवाड़ के महाराणा सांगा ने लोदी को हराया।
2. बाड़ी का युद्ध 1518 ई. :- सांगा ने लोदी को हराया।
3. गागरोन का युद्ध 1519 ई. :- सांगा ने मालवा के शासक महमुद खिलजी को हराया।
4. पानीपत का प्रथम युद्ध – 21 अप्रैल 1526 बाबर ने लोदी को हराया।
परिणाम – भारत में मुगल वंश की नींव या स्थापना हुई। युद्ध भूमि में मरने वाला लोदी दिल्ली सल्तनत का एकमात्र शासक था।