National Parks in India: भारत प्राकृतिक सौंदर्य, वन्यजीवन और जैव विविधता का एक महत्वपूर्ण केंद्र है। राष्ट्रीय उद्यान न केवल वन्यजीवों के संरक्षण में अपना योगदान देते हैं, बल्कि पर्यटकों को प्रकृति के करीब लाने का भी कार्य करते हैं। इस ब्लॉग पोस्ट में प्रमुख राष्ट्रीय उद्यानों की सूची तैयार दी गई है, जिसमें प्रत्येक उद्यान का संक्षिप्त और आकर्षक विवरण प्रस्तुत किया गया है। यह जानकारी आपके प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में सहायक होगी।
राष्ट्रीय उद्यानों की सूची (List of national parks)
- कान्हा राष्ट्रीय उद्यान, मध्य प्रदेश (1955)
बाघों के संरक्षण और बारहसिंगा की आवासीय जगह, ‘जंगल बुक’ की प्रेरणा। - बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान, मध्य प्रदेश (1968)
उच्च बाघ घनत्व और प्राचीन किलों व गुफाओं के कारण ऐतिहासिक महत्व का केंद्र। - पेंच राष्ट्रीय उद्यान, मध्य प्रदेश (1983)
विविध वन्यजीवों का घर, जहाँ बाघ, तेंदुआ और भालू का अद्भुत संगम मिलता है। - पन्ना राष्ट्रीय उद्यान, मध्य प्रदेश (1980)
बाघों और घड़ियालों के लिए प्रसिद्ध, केन नदी के किनारे जैव विविधता का केंद्र। - सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान, मध्य प्रदेश (1981)
घने जंगल और पहाड़ियों में बाघ, तेंदुआ तथा भालू का सुरक्षित निवास। - चंदोली राष्ट्रीय उद्यान, महाराष्ट्र (2004)
पश्चिमी घाट की प्राकृतिक सुंदरता में बाघ और तेंदुए की प्रमुख उपस्थिति। - गुगामल राष्ट्रीय उद्यान, महाराष्ट्र (1975)
भारत के सबसे छोटे उद्यानों में से एक, जहाँ दुर्लभ भारतीय भेड़िया और गिद्ध मिलते हैं। - संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान, महाराष्ट्र (1983)
मुंबई के पास शहरी क्षेत्र में प्रकृति का अनुभव प्रदान करने वाला अनोखा स्थल। - ताडोबा राष्ट्रीय उद्यान, महाराष्ट्र (1955)
महाराष्ट्र का सबसे पुराना एवं बड़ा उद्यान, जहां बाघों और तेंदुओं की आबादी है। - नवेगांव राष्ट्रीय उद्यान, महाराष्ट्र (1975)
पक्षी अभयारण्य के रूप में प्रसिद्ध, हजारों प्रवासी पक्षियों का आवास। - बन्नेरघट्टा राष्ट्रीय उद्यान, कर्नाटक (1974)
बंगाल टाइगर और एशियाई हाथियों के संरक्षण के लिए प्रमुख, साथ ही चिड़ियाघर व तितली पार्क भी। - बांदीपुर राष्ट्रीय उद्यान, कर्नाटक (1974)
बाघों और हाथियों के लिए जाना जाता है, नीलगिरि बायोस्फीयर रिजर्व का महत्वपूर्ण हिस्सा। - नागरहोल राष्ट्रीय उद्यान, कर्नाटक (1988)
जलाशयों में बाघ, तेंदुआ और हाथी के अद्भुत मिश्रण का घर। - कुद्रेमुख राष्ट्रीय उद्यान, कर्नाटक (1987)
यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल, जहां लायन-टेल्ड मकाक और मालाबार गिलहरी पाई जाती हैं। - अंशी (काली) राष्ट्रीय उद्यान, कर्नाटक (1987)
घने जंगल और जलप्रपातों में काले पैंथर तथा बाघों का अद्वितीय आवास। - पेरियार राष्ट्रीय उद्यान, केरल (1982)
जलाशय एवं हाथियों के संरक्षण का केंद्र, नौका विहार का आनंद लेने योग्य स्थल। - साइलेंट वैली राष्ट्रीय उद्यान, केरल (1984)
शांत वातावरण में दुर्लभ पक्षियों और वनस्पतियों का अद्वितीय संगम। - एराविकुलम राष्ट्रीय उद्यान, केरल (1978)
नीलकुरिंजी फूल की अद्भुत झलक, साथ ही नीलगिरि तहर का अनोखा अनुभव। - मथिकेतन शोला राष्ट्रीय उद्यान, केरल (2003)
घने जंगलों और झरनों के बीच, दुर्लभ पक्षी एवं वनस्पतियों से भरपूर। - मुदुमलाई राष्ट्रीय उद्यान, तमिलनाडु (1940)
बाघों और हाथियों का अभयारण्य, नीलगिरि बायोस्फीयर रिजर्व का अहम हिस्सा। - मुकुर्थी राष्ट्रीय उद्यान, तमिलनाडु (1990)
नीलगिरि तहर के खूबसूरत दृश्य और झीलों के साथ प्राकृतिक आकर्षण। - इन्दिरा गांधी राष्ट्रीय उद्यान, तमिलनाडु (1989)
घने जंगलों में बाघ, तेंदुआ एवं हाथी का संरक्षण केंद्र। - गुइंडी राष्ट्रीय उद्यान, तमिलनाडु (1976)
चेन्नई के निकट, हिरण, बंदर एवं विभिन्न पक्षी प्रजातियों का आवास। - जिम कार्बेट (रामगंगा) राष्ट्रीय उद्यान, उत्तराखंड (1936)
भारत का पहला राष्ट्रीय उद्यान, बाघों एवं हाथियों का ऐतिहासिक निवास। - नंदा देवी राष्ट्रीय उद्यान, उत्तराखंड (1982)
यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल, ऊँचे पहाड़ों और दुर्लभ वनस्पतियों से परिपूर्ण। - राजाजी राष्ट्रीय उद्यान, उत्तराखंड (1983)
गंगा नदी के किनारे, हाथियों और बाघों के संरक्षण के लिए प्रसिद्ध। - गंगोत्री राष्ट्रीय उद्यान, उत्तराखंड (1989)
हिमालय की ऊँची चोटियाँ, ग्लेशियर एवं गंगा के उद्गम का अद्वितीय केंद्र। - गोविन्द पशु विहार राष्ट्रीय उद्यान, उत्तराखंड (1955)
हिम तेंदुए एवं हिमालयन कस्तूरी मृग का सुरक्षित निवास। - फूलों की घाटी राष्ट्रीय उद्यान, उत्तराखंड (1982)
रंग-बिरंगे फूलों की बहार, यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल का प्राकृतिक सौंदर्य। - सुंदरवन राष्ट्रीय उद्यान, पश्चिम बंगाल (1984)
मैंग्रोव वनों एवं रॉयल बंगाल टाइगर का अद्वितीय संगम, विश्व धरोहर स्थल। - बक्सा राष्ट्रीय उद्यान, पश्चिम बंगाल (1992)
बाघों, हाथियों एवं दुर्लभ पक्षियों का आवास, जैव विविधता का केंद्र। - जलदापारा राष्ट्रीय उद्यान, पश्चिम बंगाल (2012)
भारतीय गैंडे के संरक्षण हेतु महत्वपूर्ण, साथ ही हाथी और बाघों का घर। - सिंगालीला राष्ट्रीय उद्यान, पश्चिम बंगाल (1986)
हिमालय की ऊँची चोटियाँ और रोडोडेंड्रन फूलों का अनूठा मिश्रण। - गोरुमारा राष्ट्रीय उद्यान, पश्चिम बंगाल (1994)
भारतीय गैंडे, हाथियों एवं दुर्लभ पक्षियों का समृद्ध आवास। - रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान, राजस्थान (1980)
प्राचीन किलों एवं बाघों के लिए प्रसिद्ध, वन्यजीवन प्रेमियों का पसंदीदा स्थल। - केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान, राजस्थान (1982)
पक्षी अभयारण्य के रूप में मान्यता प्राप्त, यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल। - थार राष्ट्रीय उद्यान, राजस्थान (1992)
मरुस्थलीय वन्यजीवन का अद्वितीय अनुभव, ग्रेट इंडियन बस्टर्ड का निवास स्थान। - सरिस्का राष्ट्रीय उद्यान, राजस्थान (1982)
प्राचीन मंदिरों और बाघों के संगम से भरपूर, अद्वितीय वन्यजीवन अनुभव। - नोकरेक राष्ट्रीय उद्यान, मेघालय (1997)
दुर्लभ वनस्पतियों और जैव विविधता से परिपूर्ण, प्राकृतिक सौंदर्य का केंद्र। - काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान, असम (1974)
एक सींग वाले गैंडे का प्रमुख आवास, वन्यजीवन का अद्वितीय स्थल। - मानस राष्ट्रीय उद्यान, असम (1990)
यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल, जहाँ बंगाल टाइगर, एक सींग वाला गैंडा एवं लाल पांडा मिलते हैं। - डिब्रू-सैखोवा राष्ट्रीय उद्यान, असम (1999)
दलदली भूमि और प्रवासी पक्षियों का अद्वितीय संगम, दुर्लभ प्रजातियों का निवास। - नामेरी राष्ट्रीय उद्यान, असम (1998)
हाथियों और बाघों के संरक्षण हेतु प्रमुख, भारत-भूटान सीमा के पास स्थित। - देहिंग पटकाई राष्ट्रीय उद्यान, असम (2021)
“पूर्व का अमेज़न” कहे जाने वाला, घने वर्षावनों, हाथियों और दुर्लभ ऑर्किड प्रजातियों का घर। - राजीव गांधी राष्ट्रीय उद्यान, आंध्र प्रदेश (2005)
बाघों और तेंदुओं के संरक्षण के लिए प्रसिद्ध, पहाड़ी इलाकों और नदियों से सुसज्जित। - पापीकोंडा राष्ट्रीय उद्यान, आंध्र प्रदेश (2008)
गोदावरी नदी के किनारे, जंगली भैंसों एवं मगरमच्छों का अद्वितीय आवास। - श्री वेंकटेश्वर राष्ट्रीय उद्यान, आंध्र प्रदेश (1989)
तिरुपति के पास स्थित, धार्मिक महत्व के साथ स्लॉथ बीयर जैसे वन्यजीवों का घर। - बेतला राष्ट्रीय उद्यान, झारखंड (1986)
बाघों, हाथियों और प्राचीन किलों का संगम, झारखंड का एकमात्र राष्ट्रीय उद्यान। - केइबुल लामजाओ राष्ट्रीय उद्यान, मणिपुर (1977)
दुनिया का एकमात्र तैरता हुआ उद्यान, लोकटक झील पर स्थित संगाई हिरण का निवास। - साउथ बटन आईलैंड राष्ट्रीय उद्यान, अंडमान निकोबार (1987)
समुद्री जीवन और कोरल रीफ्स के लिए प्रसिद्ध, डॉल्फ़िन, कछुए एवं रंगीन मछलियों का केंद्र। - गिर वन राष्ट्रीय उद्यान, गुजरात (1975)
एशियाई शेरों का अंतिम निवास स्थान, वन्यजीव सफारी का प्रमुख आकर्षण। - ब्लैकबक राष्ट्रीय उद्यान, गुजरात (1976)
काले हिरण (ब्लैकबक) के संरक्षण हेतु समर्पित, भारतीय चीता व जंगली गधे का भी घर। - नामदाफा राष्ट्रीय उद्यान, अरुणाचल प्रदेश (1983)
हिम तेंदुए, बादल वाले तेंदुए एवं लाल पांडा के लिए प्रसिद्ध, विशाल उद्यानों में से एक। - महात्मा गांधी मरीन राष्ट्रीय उद्यान, अंडमान निकोबार (1983)
समुद्री जीवन, कोरल रीफ्स और समुद्री कछुओं का संगम, स्नॉर्कलिंग प्रेमियों का स्वर्ग। - सुल्तानपुर राष्ट्रीय उद्यान, हरियाणा (1991)
पक्षी अभयारण्य के रूप में प्रसिद्ध, सर्दियों में 250+ प्रवासी पक्षी प्रजातियों का आवास। - भितरीकणिका राष्ट्रीय उद्यान, ओडिशा (1998)
मैंग्रोव वनों, खारे पानी के मगरमच्छों और ओलिव रिडले कछुओं का प्रमुख प्रजनन स्थल। - सिमलीपाल राष्ट्रीय उद्यान, ओडिशा (1980)
बाघों, हाथियों एवं झरनों का संगम, मयूरध्वज पहाड़ियों से घिरा हुआ। - नॉर्थ बटन आईलैंड राष्ट्रीय उद्यान, अंडमान निकोबार (1987)
समुद्री जीवन एवं कोरल रीफ्स का अद्वितीय मिश्रण, डगोंग और व्हेल शार्क का निवास। - सैडल पीक राष्ट्रीय उद्यान, अंडमान निकोबार (1987)
अंडमान की सबसे ऊँची चोटी पर स्थित, वनस्पतियों और समुद्री जीवन का अनोखा संगम। - भगवान महावीर और मोल्लेम राष्ट्रीय उद्यान, गोवा (1992)
दुधसागर झरने एवं बाघों के संरक्षण के लिए प्रसिद्ध, जैव विविधता का समृद्ध केंद्र। - फांगपुई ब्लू माउंटेन राष्ट्रीय उद्यान, मिजोरम (1992)
मिजोरम की सबसे ऊँची चोटी पर, बादलों से घिरे जंगल एवं दुर्लभ पक्षी प्रजातियों का आवास। - मुर्लेन राष्ट्रीय उद्यान, मिजोरम (1991)
घने जंगलों एवं हिमालयन ब्लैक बीयर के लिए प्रसिद्ध, औषधीय पौधों की समृद्ध विविधता का केंद्र। - कंचनजंगा राष्ट्रीय उद्यान, सिक्किम (1977)
यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल, हिम तेंदुए, लाल पांडा और दुनिया की तीसरी सबसे ऊँची चोटी का घर। - वाल्मीकि राष्ट्रीय उद्यान, बिहार (1978)
बाघों एवं गैंडों के संरक्षण हेतु समर्पित, नेपाल सीमा के निकट तराई क्षेत्र की जैव विविधता का केंद्र। - मृगवनी राष्ट्रीय उद्यान, तेलंगाना (1994)
शहरी क्षेत्रों के पास स्थित, चीतल, सांभर एवं जंगली बिल्लियों का अद्वितीय आवास। - सलीम अली राष्ट्रीय उद्यान, जम्मू एवं कश्मीर (1986)
प्रसिद्ध पक्षी विज्ञानी सलीम अली के नाम पर, कश्मीरी हिरण एवं हिमालयन मोनाल का घर। - दाचीगामा राष्ट्रीय उद्यान, जम्मू एवं कश्मीर (1981)
कश्मीरी हंगुल (लाल हिरण) के लिए प्रसिद्ध, हिमालयन ब्लैक बीयर एवं तेंदुओं का आवास। - किश्तवाड़ा राष्ट्रीय उद्यान, जम्मू एवं कश्मीर (1981)
हिम तेंदुए एवं हिमालयन भूरे भालू के लिए जाना जाता है, ऊँची पहाड़ियों और घाटियों से घिरा हुआ। - पिन वैली राष्ट्रीय उद्यान, हिमाचल प्रदेश (1987)
हिम तेंदुए एवं स्नो कॉक के संरक्षण का केंद्र, स्पीति घाटी के ठंडे रेगिस्तान में स्थित। - हेमिस राष्ट्रीय उद्यान, लद्दाख (1981)
भारत का सबसे बड़ा राष्ट्रीय उद्यान, हिम तेंदुए का प्रमुख निवास स्थान और बौद्ध मठों के साथ प्रसिद्ध। - दुधवा राष्ट्रीय उद्यान, उत्तर प्रदेश (1977)
घास के मैदान और दलदली क्षेत्रों का संगम, बाघों एवं स्वाम्प डीयर का आदर्श आवास। - इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान, छत्तीसगढ़ (1981)
जंगली भैंसों एवं बाघों का अद्वितीय संगम, इंद्रावती नदी द्वारा पोषित जैव विविधता। - गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान, छत्तीसगढ़ (1981)
बाघों और तेंदुओं के संरक्षण में प्रमुख, पहाड़ों और घने जंगलों से युक्त प्राकृतिक धरोहर। - कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान, छत्तीसगढ़ (1982)
प्राकृतिक गुफाओं, झरनों और विविध जैव विविधता का संगम, बाघ, तेंदुआ एवं भालू का सुरक्षित निवास।
भारत के राष्ट्रीय उद्यान न केवल वन्यजीवों के संरक्षण का महत्वपूर्ण कार्य करते हैं, बल्कि ये हमारे देश की प्राकृतिक विरासत का अमूल्य अंग भी हैं।
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