भौतिक राशियाँ (Physical quantities)

भौतिक विज्ञान में विभिन्न भौतिक राशियाँ (Physical quantities) हमारी प्रकृति और उसके नियमों को समझने का आधार हैं। ये राशियाँ जैसे द्रव्यमान, समय, दूरी, वेग, बल, तापमान आदि हमारे दैनिक जीवन से लेकर वैज्ञानिक अनुसंधानों तक हर जगह उपयोग में आती हैं। भौतिक राशियों का सही मापन और उनकी इकाइयों का निर्धारण विज्ञान को सहीं और सटीक बनाता है। चाहें ऊर्जा की बात हो या गति की, भौतिक राशियाँ विज्ञान के मूलभूत स्तंभ हैं। इस पोस्ट में हम कुछ भौतिक राशियों के बारे में जानेंगे |

❖ विभिन्न भौतिक राशियाँ :-

दूरी, विस्थापन, चाल, वेग, त्वरण, संवेग व आवेग

❖ दूरी (Distance) :-

एक बिन्दु से दूसरे बिन्दु तक जाने में तय किये गये पथ की कुल लम्बाई, दुरी कहलाती है।
मात्रक → मीटर
अदिश राशि
यह हमेशा धनात्मक होती है।
यह शून्य नहीं हो सकती हैं।

❖ विस्थापन (Displacement) :-

प्रारिम्भक व अन्तिम बिन्दु के बीच की न्यूनतम दूरी
या
प्रारिम्भक व अन्तिम बिन्दु के बीच की सीधी दुरी
मात्रक → मीटर
सदिश राशि
यह धनात्त्मक व शून्य भी हो सकता है।

➞ नोट :-
दूरी व विस्थापन में सम्बन्ध
(दुरी ≥ विस्थापन) → दुरी, विस्थापन से अधिक व बराबर हो सकती हैं।

चाल (Speed)वेग (Velocity)
प्रति सैकण्ड चली गई दूरी या दूरी में परिवर्तन की दरप्रति सैकण्ड तय किया गया विस्थापन या विस्थापन में परिवर्तन की दर
चाल = दूरी / समयवेग = विस्थापन / समय
मात्रक → मीटर / सैकण्ड या m/secमात्रक → मीटर / सैकण्ड या m/sec
अदिश राशिसदिश राशि
यह हमेशा धनात्मक होती है।यह धनात्मक या ऋणात्मक हो सकता है।
यह शून्य नहीं हो सकती है।औसत वेग शून्य हो सकता है।

❖ त्वरण :-

समय के साथ वेग में परिवर्तन की दर या वेग में परिवर्तन की दर
a = (v-u)/dt
मात्रक = मीटर/सै.2 या m/sec2
सदिश राशि
यह धनात्त्मक (+), ऋणात्मक (-) व शून्य हो सकता है।

➞ नोट :-
वेग में परिवर्तन → वेग में वृद्धि होने पर → त्वरण
वेग में परिवर्तन → वेग में कमी होने पर → मंदन (ऋणात्त्मक त्वरण)
त्वरण व मंदन दोनों सदिश राशियाँ हैं।

❖ गुरुत्त्वीय त्वरण (g) :-

मुक्त रूप से पृथ्वी की और गिरती हुई वस्तु के वेग में प्रति सैकण्ड होने वाली वृद्धि, गुरुत्त्वीय त्वरण कहलाता है।
या गुरुत्त्व बल के कारण उत्पन्न त्वरण को गुरुत्त्वीय त्वरण कहते है।
मात्रक → मीटर/सै.2 या m/sec2
‘g’ का मान → 9.8 m/sec2

G व g में संबंध :-
g = GM/R2

➤ गुरुत्त्वीय त्वरण (g) के मान में परिवर्तन :-

पृथ्वी की सतह से ऊपर या नीचे जाने पर ह के मान में कमी आती है।
g का मान सर्वाधिक → धु्रवों पर
g का मान न्यूनतम → विषुवत रेखा/भूमध्य रेखा पर
पृथ्वी के केन्द्र पर g का मान → शून्य
चन्द्रमा पर g का मान → पृथ्वी का 1/6

❖ संवेग व आवेग (Impulse) :-

संवेग :-

किसी गतिशील वस्तु के द्रव्यमान व वेग का गुणनफल संवेग कहलाता है।

P = M × V [P = संवेग, M = द्रव्यमान, V = वेग]
मात्रक
→ kg-m/sec
सदिश राशि

आवेग (Impulse) :-

संवेग में परिवर्तन की दर को आवेग कहते हैं।
I = ∆P या P2 – P1  
मात्रक → kg-m/sec
अन्य मात्रक → न्यूटन-सैकण्ड
राशि → सदिश राशि

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