कोशिका जीवन की आधारभूत इकाई है, हर एक जवधारी के शरीर के सबसे छोटे से लेकर सबसे बड़ा हिस्सा कोशिका से बना होता है। कोशिका जीवन की सभी प्रक्रियाओं को संचालित करती है, जैसे ऊर्जा उत्पादन, पोषक तत्वों का परिवहन, और आनुवंशिक जानकारी का संरक्षण। इस के बिना जीवन की कल्पना संभव नहीं है |
कोशिकाओं को मुख्य रूप से दो प्रकार है: प्रोकैरियोटिक कोशिका (जिसमें केंद्रक नहीं होता) और यूकैरियोटिक कोशिका (जिसमें केंद्रक होता है)। इसके अतिरिक्त, कोशिका के भीतर प्लाज्मा झिल्ली, माइटोकॉन्ड्रिया, राइबोसोम, और केंद्रक जैसी कई संरचनाएँ होती हैं, जो इसे कार्यात्मक बनाती हैं।
Table of Contents
❖ कोशिका (Cell) :-
- मानव शरीर की सबसे छोटी इकाई
- सजीवों की इकाई
- कोशिका → ऊतक → अंग → अंग तंत्र → शरीर
- कोशिका का अध्ययन → साइटोलॉजी
- ऊतक का अध्ययन → हिस्टोलॉजी
➤ कोशिका का सामान्य परिचय :-
➞ खोज –
- रॉबर्ट हुक (1665) ← मृत कोशिका
- पुस्तक → माइक्रोग्राफिया
किसमें → कॉर्क में - जीवित कोशिका की खोज → एंटोनीवान ल्यूवेनहॉक (1674)
किसमें → जीवाणु में
➞ नोट :-
➣ सजीव जगत की सबसे बड़ी कोशिका व सबसे भारी कोशिका → शुतूरमुर्ग का अण्डा (170 × 135 mm)
➣ सजीव जगत की सबसे छोटी कोशिका
→ माइकोप्लाज्मा गैलिसेप्टिकम (.3μm)
➣ सजीव जगत की सबसे लम्बी कोशिका
→ मानव की तंत्रिका कोशिका (1-1.5 m)
➣ मानव शरीर –
• सबसे छोटी कोशिका → RBC
• सबसे छोटी जनन कोशिका → शुक्राणु
• सबसे बड़ी जनन कोशिका → अण्डाणु
❖ कोशिका झिल्ली व कोशिका भित्ति :-
➤ कोशिका झिल्ली :-
- खोज → c. क्रेमर व नेगली
- निर्माण् → प्रोटीन व फोस्फोलिपिड
- जीवित व अर्द्धपारगम्य
- पादप व जन्तु कोशिका दोनों में पाई जाती हैं।
➤ कोशिका भित्ति :-
- खोज → रॉबर्ट हुक
- मृत व पारगम्य
- केवल पादप कोशिका में पाई जाती हैं।
- जन्तु कोशिका में नहीं पाई जाती हैं।
➤ कोशिका भित्ति निर्माण
- पादप → सेलुलोज
- शैवाल → सेलुलोज + हेमीसेलुलोज
- जीवाणु → पेप्टिडोग्लाइकेन
- कवक → काइटिन
➞ नोट :-
➣ दो कोशिका भित्ति को जोड़ने वाली संरचना
→ मध्य पटलिका
➣ मध्य पट्लिका, कौल्सियम पैक्टेट की बनी होती हैं।
➣ कोशिकांग → कोशिका द्रव्य में बिखरे या तैरते हुए अंग
➣ कोशिकाद्रव्य (साइटोप्लाज्म) → कोशिका झिल्ली व केन्द्रक के मध्य भरा द्रव
❖ प्रमुख कोशिकांग :-
➤ केन्द्रक –
- खोज → रॉबर्ट ब्राऊन (1831)
किसमें → आर्किड पौधे की जड़ों की कोशिका में - अध्ययन → केरियोलॉजी
- आकार → गोलाकार
- दोहरी झिल्ली वाला कोशिकांग
- कार्य → पूरी कोशिका पर नियंत्रण
- अन्य नाम → कोशिका का नियन्त्रक/मैनेजर
➤ केन्द्रिका :-
- केन्द्रक के अन्दर केन्द्रक
- खोज → फोन्टाना
- नाम दिया → बोमेन
- कार्य →r – RNA का संश्लेषण करना
➤ माइट्रोकॉण्ड्रिया/सूत्र कणिका :-
- खोज → कॉलिकर
किसमें → कीटों की रेखित पेशियों मे
नाम दिया → सार्कोसोम - माइट्रोकॉण्ड्रिया नाम दिया → ब्ण् बेण्डा
- कार्य → ऑक्सीश्वसन के दौरान ऊर्जा का निर्माण् करना
- अन्य नाम → कोशिका का शक्तिग्रह (पावर हाऊस)
- दोहरी झिल्ली वाला कोशिकांग
- अर्द्धस्वायत अंग (स्वयं का क्छ। है।)
- कोशिका के अन्दर कोशिका वाला कोशिकांग
➞ नोट :-
RBC व जीवाणु में माइट्रोकॉण्ड्रिया अनुपस्थित होता हैं।
➤ राइबोसोम :-
- खोज → जॉर्ज पैलाडे
- स्थान → कोशिका द्रव्य, माइट्रोकॉण्ड्रिया, RER हरितलवक में
- कार्य → प्रोटीन संश्लेषण करना
- अन्य नाम – प्रोटीन की फैक्ट्री
- – कोशिका का इंजन
- सबसे छोटा कोशिकांग
- सार्वभौमिक कोशिकांग
➞ नोट :-
प्रोकेरियोटिक कोशिका में 70 ‘S’ व यूकेरियोटिक कोशिका में 80 ‘S’ प्रकार का राइबोसोम पाया जाता हैं।
स्तनधारियों के माइट्रोकॉण्ड्रिया में 55 ‘S’ प्रकार का राइबोसोम पाया जाता हैं।
➤ अंतःप्रदव्यी जालिका (ER) :-
खोज → पोर्टर
स्थान → केन्द्रक के पास,
कार्य – कोशिका के आंतरिक कंकाल का निर्माण्
– कोशिका द्रव्य व केन्द्रक के मध्य पदार्थों का परिवहन
अन्य नाम – कोशिका का अंतःकंकाल
– कोशिका का आन्तरिक परिवहन अंग
अन्तःप्रदव्यी जालिका (ER) | |
RER (Rough Endoplasmic Raticulum) →राइबोसोम उपस्थित हैं। → कार्य – प्रोटीन संश्लेषण करना | SER (Smooth Endoplasmic Raticulum) → राइबोसोम अनुपस्थित हैं। → कार्य – वसा व स्टीरॉइड का संश्लेषण करना |
➤ तारककाय (सेन्ट्रोसोम) :-
- खोज → T. वोवेरी
- प्रोटीन → टयूब्यूलिन
- कार्य → कोशिका विभाजन में तर्कु तंतु का निर्माण्
- यह केवल जंतु कोशिका में पाया जाता हैं।
- पादप कोशिका में अनुपस्थित हैं।
➤ Cillia (पक्ष्माभ) एवं Flagella (कशाभ) :-
- यह दोनों गति में सहायक हैं।
- यह कोशिका के चलन अंग
- Cillia (पक्ष्माभ) → आकार में छोटे व संख्या में ज्यादा
- Flagella (कशाभ) → आकार में बड़े व संख्या में कम
➤ रिक्तिका (Vacuoles) :-
- स्थान → कोशिका द्रव्य में
- आवरण → टोनोप्लास्ट झिल्ली
- पादप कोशिका में → मध्य में
- जंतु कोशिका में → कोशिका द्रव्य में
- इसमें वायु, भोजन व तरल पदार्थ पाये जाते हैं।
➤ लवक (Plastid) :-
- खोज → हेकल ने
- नाम दिया→ शिम्पर ने
- केवल पादप कोशिका में पाया जाता हैं।
➤ लवक के प्रकार – 3
- हरितलवक (क्लोरोप्लास्ट)
- वर्णी लवक (क्रोमोप्लास्ट)
- अवर्णी लवक (ल्यूकोप्लास्ट)
➤ हरितलवक (क्लोरोप्लास्ट) :-
- यह हरे रंग के होते हैं।
- वर्णक → पर्णहरित (क्लोरोफिल)
कार्य – पत्तियों को हरा रंग प्रदान करना
मैग्नीशियम (डह) धातु पाई जाती हैं। - स्थान → हरे पेड़ – पौधे के वायवीय भाग (तना व पत्ती में)
- दोहरी झिल्ली वाला कोशिकांग
- अर्द्धस्वायत अंग
- कार्य → प्रकाश संश्लेषण की क्रिया द्वारा प्रकाश ऊर्जा को रासायनिक ऊर्जा में बदलना
➤ वर्णी लवक (क्रोमोप्लास्ट) :-
- यह लवक रंगीन होते हैं।
- स्थान → फल, फूल व अन्य वायवीय भागों में
- कार्य → फल व फूल को रंग प्रदान करना
➤ अवर्णी लवक (ल्यूकोप्लास्ट) :-
- यह लवक रंगहीन होते है।
- स्थान → पौधे के जड़ वाले भाग में
- कार्य → भोजन का संग्रहण करना
➞ नोट :-
- कोशिका चक्र के बारे में बताया → हावर्ड व पेल्क
- कोशिका विभाजन की सक्रिय अवस्था → अन्तरावस्था (इन्टरफेज)
- कोशिका के कोशिका चक्र की अवस्थाओं का क्रम G1 → S → G2 → M
- कोशिका में विभाजन का निर्धारण होता हैं → G1 प्रावस्था से
- G1 प्रावस्था पर कोशिका चक्र रूक जाये तो इसे G0 प्रावस्था कहते है।