ये बचपन कि पंक्तियाँ एक बार फिर जख्म कुरेद गयी, क्योंकि आज पेरिस ओलंपिक 2024 में खेले गए मुकाबले में भारत बेटी, भारत का गौरव विनेश फोगाट अंग्रेजों कि हट्टधर्मिता का शिकार हो गयी जी ,हाँ , आज यानि 7 अगस्त 2024 भारतीय इतिहास में काले अक्षरों से लिखा जाना चाहिए, क्योंकि उनकी बेटी विनेश फोगाट को पेरीस में खेले जा रहे ओलंपिक गेम्स 2024 फाइनल में Disqualified कर दिया गया और वजह मात्र 100 ग्राम वजन ज्यादा था |
हरियाणा भिवानी के रहने वाली विनेश फोगाट का जन्म से ही चुनोतियों से सामना करना रहा है बचपन में उनके पिता राजपाल फोगाट कि हत्या कर दी गई , फिर उनके चाचा महावीर फोगाट ने उनका लालन पोषण किया ,उन्हें बड़ा किया और देश दुनिया में कुश्ती खेल में उनका नाम दर्ज करवाया उनके नाम 2013 यूथ रेशलिंग चेपिन्शिप में ब्रांज, एशिया चैम्पियनशिप 2013,2015,2016,2017,2018,2019,2020 कांस्य और रजत पदक, 2021ई. में एशिया चैम्पियनशिप में स्वर्ण, कोम्न्वेल्थ गेम्स 2014,2018,2022 स्वर्ण पदक ,वर्ल्ड चैम्पियनशिप 2019,2022 कांस्य पदक है, हालाँकि ओलंपिक खेलों में सुखारिओ 2013, टोक्यो 2020 जो इन दोनों ओलंपिक खेलों में हुआ वो अभी भी जारी है ||
2024 ओलंपिक खेलों में विनेश ने 50kg फ्रीस्टाइल प्रतियोगिता में भाग लिया 6 अगस्त 2024 को खेले गए लगातार मैचों में उन्होंने जापान कि वर्ल्ड चैम्पियन को हरा कर सेमी फाइनल में जगह बनाई, इसी दिन सेमी फाइनल में क्यूबा कि रेसलर युसेनलिसकुमान को 5-0 से हरा कर इतिहास रच दिया क्योंकि फाइनल में पहुंचने वाली वो पहली भारतीय रेसलर महिला थी लेंकिन जिसका वजन 6 अगस्त के सुबह 49.9 kg था उनका एकाएक शाम होते होते तीन मैच के बाद 52.7 kg कैसे हो गया और 7 अगस्त के सुबह 50.1 kg होने कि वजह से उन्हें प्रतियोगिता से बहार का रास्ता दिखा दिया गया ये कई सवाल खड़े करता है||
क्या खूब लड़ी मर्दानी वह तो झाँसी कि रानी थी वह तो झाँसी कि रानी थी
नियमानुसार उन्हें वजन कम करने का मौका दिया जाना चाइए था, लेकिन अंतराष्ट्रीय कुश्ती संघ ने उनकी एक नहीं सुनी, कही ये घटनाक्रम 2023 जनवरी में भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह से सम्बन्ध नहीं रखता अटकलें तो ये ही लगायी जा रही है, लेकिन इन सब में 140 करोड़ भारतियों का आज ह्रदय भर आया है, जो हुआ अच्छा नहीं हुआ ||
विनेश ने ली कुस्ती से विदाई
ओलिंपिक में जो हुआ उसके बाद विनेश ने ट्वीट करते हुए कहा ‘ मां कुश्ती मेरे से जीत गई, मैं हार गई, माफ़ करना आपका सपना-मेरी हिम्मत सब टूट चुके, इससे ज़्यादा ताक़त नहीं रही अब,अलविदा कुश्ती (2001-2024) आप सबकी हमेशा ऋणी रहूंगी माफ़ी | ‘
अंत में इतना ही कहूँगा इन बेटियों के रास्ते पर कांटे बोने वालों ये फिर खड़ी होंगी और लड़ेंगी और करोड़ों देशवाशियों कि आन बान शान बनेंगी, विनेश फोगाट आपके इस खेल को Army Study परिवार सलाम करता है!! जय हिन्द!!