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पेरिस पैरालंपिक – जयपुर की अवनी लेखरा और मोना की ऐतिहासिक सफलता
जयपुर की अवनी लेखरा ने पेरिस पैरालंपिक में गोल्ड मैडल और मोना अगरवाल ने ब्रोंज मैडल जीतकर देश का नाम रोशन किया है । उन्होंने 2024 पैरालंपिक में लगातार दूसरी बार गोल्ड मेडल जीतकर एक नया इतिहास रच दिया है। अवनी पैरालंपिक में गोल्ड मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला होने के साथ-साथ अब लगातार दो गोल्ड मेडल जीतने वाली भी पहली महिला एथलीट बन गई हैं। उन्होंने महिला 10 मीटर एयर राइफल शूटिंग की SH1 कैटेगरी में पैरालंपिक रिकॉर्ड बनाते हुए यह गोल्ड मेडल जीता है।
इसी इवेंट में मोना अग्रवाल ने कांस्य पदक हासिल किया। क्वालिफिकेशन राउंड में अवनी दूसरे और मोना पांचवें स्थान पर थीं, लेकिन फाइनल में अवनी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए गोल्ड मेडल जीता, जबकि मोना को तीसरे स्थान पर रहते हुए कांस्य पदक मिला।
ये सफलता न केवल उनके लिए व्यक्तिगत उपलब्धि है, बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का विषय है।
अवनी की ऐतिहासिक जीत –
अवनि लेखरा पैरालिंपिक गेम्स में दो गोल्ड मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला बन गई हैं। टोक्यो के बाद, उन्होंने पेरिस पैरालिंपिक्स में भी महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल (SH1) स्पर्धा में गोल्ड मेडल जीता, जबकि भारत की मोना अग्रवाल ने ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया। 22 वर्षीय अवनि ने 30 अगस्त को चेटौरॉक्स – फाइनल रेंज में महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल स्टैंडिंग SH1 फाइनल में 249.7 का स्कोर बनाकर अपना ही 249.6 का पिछला रिकॉर्ड तोड़ दिया है । अवनि अब 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशंस में भी हिस्सा लेंगी, जहां वह मेडल की प्रबल दावेदार मानी जा रही हैं। पिछली बार टोक्यो में उन्होंने इस स्पर्धा में ब्रॉन्ज मेडल जीता था।
मोना अगरवाल की अभूतपूर्व उपलब्धि –
मोना शॉटपुट, पावरलिफ्टिंग और व्हीलचेयर वॉलीबॉल में अनुभव के बाद दो साल पहले शूटिंग में आई थीं | मोना ने 228.7 का स्कोर कर ब्रॉन्ज मेडल जीता। यह भारत के पैरालंपिक्स इतिहास में पहली बार हुआ है कि एक ही इवेंट में दो भारतीय शूटर्स ने मेडल जीते हैं।