प्रमुख राजवंश – मौर्यवंश और गुप्तवंश से संबंधित सम्पूर्ण जानकारी |

प्रमुख राजवंश – मौर्यवंश और गुप्तवंश

✤ मौर्य वंश (322 ई.पू. से 185 ई. पू.)

◆ चन्द्रगुप्त मौर्य :-

➔ इसका प्रधानमंत्री व गुरू – चाणक्य |
➔ इसने भारत का प्रथम अंतर्राष्ट्रीय विवाह 305 ई. पूर्व में सेल्युकस निकेटर की पुत्री हेलेना से किया |
➔ इसने जैन धर्म की शिक्षा अपने गुरू भद्रबाहु के निर्देशन में प्राप्त की ।
➔ इसने सुदर्शन झील का निर्माण जूनागढ़ गुजरात में करवाया।

◆ सिकन्दर :-

➔ मेसीडोनिया / मकदुनिया के शासक फिलीप द्वितीय के पुत्र जिन्हें विश्व विजेता कहा जाता है।
➔ सिकन्दर की मृत्यु 322 ई.पू. बेबीलोन (अफगानिस्तान) में हुई ।
➔ सिकन्दर का गुरू – अरस्तु

◆ बिन्दुसार

उपनाम – अमित्रोचेट्स/ अमित्रोघात
➔ बिन्दुसार आजीवक सम्प्रदाय का अनुयायी था ।

◆ अशोक :-

➔ 99 भाइयों की हत्या करके 269 ई.पू. में राजा बना।
➔ अशोक ने कश्मीर व श्रीनगर बसाया ।

◆ कलिंग युद्ध

➔ 261 ई.पू. अशोक ने नंदराज को हराया तथा इस युद्ध के बाद अशोक ने युद्ध करना छोड़ दिया और  गुरू उपगुप्त के निर्देशन में बौद्ध धर्म अपनाया।
➔ इस युद्ध की जानकारी अशोक के 13वें शिलालेख से प्राप्त होती है।
➔ अशोक ऐसा राजा था जो अपनी प्रजा को अभिलेखों से संबोधित करता था ।
➔ अंतिम मौर्य सम्राट वृहदत्त की हत्या उसके सेनापति पुष्यमित्र शुंग ने की थी ।

✤ मौर्यकालीन प्रांत और राजधानियाँ :-

प्रांत – राजधानी

1. उत्तरापंथ – तक्षशीला
2. दक्षिणापथ – सुवर्णगिरी
3. मध्यदेश – पाटलिपुत्र
4. कलिंग – तोशली
5. अवन्ति – उज्जैन

✤ शुंग वंश :- (185 – 75 ई. पू.)

➔ संस्थापक – पुष्यमित्र शुंग
➔ दरबारी – पतंजलि
➔ शुंग वंश का अंतिम शासक देवभुति था ।

✤ कण्व वंश :- (75 – 30 ई. पू.)

➔ संस्थापक – वासुदेव
➔ अंतिम शासक

✤ कुषाण वंश :-

➔ कनिष्क इसने 78 ई. में शक संवत चलाया।
➔ इसकी प्रथम राजधानी पेशावर, दूसरी मथुरा |
➔ प्रमुख दरबारी नागार्जुन, चरक, वसुमित्र, अश्वघोष ।

✤ गुप्त वंश (319 – 550 ई.) :-

◆ श्रीगुप्त

➔ गुप्त वंश का संस्थापक

◆ चन्द्रगुप्त प्रथम :-

➔ गुप्त वंश का वास्तविक संस्थापक |
➔ इसने गुप्त संवत् 319-20 ई. में चलाया।
➔ चन्द्रगुप्त प्रथम गुप्त शासक था जिसने चाँदी की मुद्रा चलाई ।

◆ समुद्रगुप्त :-

➔ भारत का नेपोलियन, सौ युद्धों का विजेता ।

◆ चन्द्रगुप्त द्वितीय :-

➔ भारतीय ‘साहित्य का स्वर्णकाल’ कहलाता है।
➔ फाह्यान इसके काल में भारत आया।
➔ इसके दरबार में नौ विद्वानों की एक मण्डली रहती जो नवरत्न कहलाती थी।

➜ इसके प्रमुख दरबारी :-

1. विष्णुशर्मा – ग्रंथ – पंचतंत्र
2. कालीदास – भारत का शेक्सपीयर
इसकी रचनाएँ – ऋतुसंहार, मेघदूत, कुमारसंभव,
रघुवंश, अभिज्ञानशाकुंतलम्, मालविकाअग्निमित्रम्
3. आर्यभट्ट – शून्य के खोजकर्ता, सूर्य सिद्धांत, ब्रह्मा सिद्धांत

◆ कुमारगुप्त –

➔ इसने नालंदा विश्वविद्यालय (बिहार) बनवाया ।
➔  इसके सर्वाधिक शिलालेख मिलते है।

◆ स्कंदगुप्त –

➔ इसने गिरनार पर्वत (गुजरात) पर स्थित सुदर्शन झील का पुनः निर्माण करवाया।

❖ गुप्तकाल के प्रमुख मंदिर :-

1. देवगढ़ झांसी का दशावतार विष्णु मंदिर
2. सारनाथ स्तूप (उ.प्र.)
3. तिगवा जबलपुर (म.प्र.) का विष्णु मंदिर
4. भीतरगाँव कानपुर ईंटों का मंदिर

❖ गुप्तकाल की प्रमुख रचनाएँ :-

1. विशाखदत्त – रचना – मुद्राराक्षस
2. भास – स्वप्नवासवदता
3. बाणभट्ट – हर्षचरित, कादम्बरी
4. भारवी – किरातार्जुनियम्
5. वत्सभट्टी – रावणवध
6. कामन्दक – नितिशास्त्र
7. वात्सयान – कामसूत्र
8. चरक – चरक संहिता
9. शुद्रक – मृच्छकटिका
10. असंग – योगाचार

✤ हर्षवर्धन

➔ हिन्दुकाल का अकबर
➔ राजधानी – कन्नौज (उ.प्र.)
➔ कन्नौज को लेकर त्रिपक्षीय संघर्ष चला। इस युद्ध को गुर्जर प्रतिहारों ने जीता  (उ.प. भारत) |

✤ दक्षिण भारत के प्रमुख राजवंश :-

राजवंश

संस्थापक

पल्लव वंश सिंधिवर्मन
राष्ट्रकूट वंश दंतिदुर्ग
चालुक्य वंश तैलप-II
चोल वंश विजयालय
होयसाल वंश विष्णुवर्धन
कदंब वंश मयूर शर्मन
गहदवाल वंश चन्द्रदेव
काकतीय वंश बीटा-I

Leave a Comment

Join WhatsApp

Join Now

Join Telegram

Join Now

0%