भारतीय इतिहास के स्त्रोत से सम्बंधित महत्वपूर्ण जानकारी

भारतीय इतिहास के स्त्रोत –

1. महाभारत – 

रचियता – महर्षि वेदव्यास (भारतीय इतिहास के जनक)
प्राचीन नाम – जयसंहिता
श्लोक – 1 लाख (विश्व का सबसे बड़ा ग्रंथ)

2. रामायण –

रचियता – महर्षि वाल्मिकी
श्लोक – 24000


✤ वेद – 4

शाब्दिक अर्थ – ज्ञान/जानना
➤ भारतीय संस्कृति का सबसे प्राचीन ग्रंथ वेद है।
➤ वेदों का श्रुति भी कहा जाता है।
संकलनकर्ता – कृष्णद्वैपायन वेदव्यास


1. ऋग्वेद –

➤ सबसे प्राचीन वेद।
➤ ऋग्वेद में 10 मण्डल, 1028 सुक्त व 10462 मंत्र है।
तीसरा मण्डल – इस मण्डल से गायत्री मंत्र लिया गया है। जिसका संकलन विश्वामित्र ने किया। यह सावितृ को समर्पित है।
नौवा मण्डल – सोमदेवता को समर्पित

2. यजुर्वेद –

➤ यज्ञों की जानकारी, कर्मकाण्ड प्रधान वेद
➤ यह वेद गद्य व पद्य दोनों में रचित है।
दो भाग – 1. कृष्ण यजुर्वेद  2. शुक्ल यजुर्वेद

3. सामवेद – 

➤ संगीत की जानकारी।

4. अथर्ववेद – 

➤ सबसे नवीन वेद। अथर्वा ऋ़षि द्वारा रचित।
➤ जादु टोना व वशीकरण की जानकारी।
वेद पाठ्नकर्ता उपवेद
ऋग्वेद होतृ आयुर्वेद
यजुर्वेद अध्वर्यू धनुर्वेद
सामवेद उद्गाता गांधर्ववेद
अथर्ववेद ब्रह्मा शिल्पवेद

✤ वेदांग – 6

➤ वेदों को भलि-भाँति समझने के लिए वेदांग की रचना की गयी है।
1. शिक्षा
2. व्याकरण
3. कल्प
4. निरूक्त
5. छंद
6. ज्योतिषक

✤ स्मृतियाँ – 8

➤ सबसे प्राचीन स्मृति – मनुस्मृति
➤ सबसे नवीन स्मृति – नारद स्मृति

✤ पुराण – 18

संकलनकर्ता – लोमहर्ष व पुत्रउग्रश्रवा
➤ सबसे प्राचीन पुराण – मत्स्य पुराण (सातवाहन वंश की जानकारी)
➤ विष्णु पुराण – मौर्य वंश की जानकारी।
➤ वायु पुराण – गुप्त वंश की जानकारी।

✤ उपनिषद – 108

➤ वेदों मे सबसे अंत में उपनिषद लिखे गये इसलिए इन्हें वेदान्त कहा जाता है।
वृहदराण्यक उपनिषद – सबसे बड़ा उपनिषद।
गार्गी – याज्ञवल्कय संवाद की जानकारी।
✦ मुण्डोकोपनिषद –
➤ इस उपनिषद से भारतीय राष्ट्रीय प्रतीक चिह्न के नीचे लिखा शब्द सत्यमेव जयते लिया गया।

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