सिंधु घाटी सभ्यता से सम्बंधित महत्वपूर्ण जानकारी

सिंधु घाटी सभ्यता –

✤ भारतीय पुरातत्व विभाग के जनक - लार्ड कनिंघम
✤ सिंधुघाटी सभ्यता की आकृति - त्रिभुजाकार

सभ्यता

नदी

हड़प्पा रावी
मोहनजोदड़ो सिंधु
चन्हुदड़ो सिन्धु
सुत्कागेंडोर दाश्क
राखीगढ़ी घग्गर
कालीबंगा घग्गर
लोथल भोगवा
धौलावीरा रुण
कुदडीजी सिन्धु
बालाकोट हिमालय
आलमगीरपुर हिंडन
लोथल भागवा
कालीबंगा घग्घर

 

1. हड़प्पा नगर – मोंटगोमरी जिला (पाकिस्तान)

➤ खोजकर्ता – दयाराम साहनी (1921 ई.)
➤ एक कंकाल मिला (R37)
➤ एक मुद्रा पर स्त्री के गर्भ  से निकलते हुए पेड़ के अवशेष (प्रकृति देवी की पूजा)

2. मोहनजोदड़ो – लरकाना जिला (पाकिस्तान)

➤ शब्दिक अर्थ – मृतकों का टीला
➤ उपनाम – सिन्ध का स्वर्णभूमि / बाग
➤ नृत्य करती हुई बालिका की कांसे की मूर्ति

3. चन्हुदड़ो – सिंध प्रांत (पाकिस्तान)

➤ यह औद्योगिक नगर था। मनके बनाने का कारखाना।
➤ एक ईंट पर कुत्ते द्वारा बिल्ली का पीछा करते हुए के पदचिह्न।

4. सुत्कागेंडोर – बलूचिस्तान (पाकिस्तान)

➤यह स्थल सिंधुघाटी सभ्यता का एक बंदरगाह / शिपयार्ड / ग्रानरी स्थल था।

5. रोपड़ – पंजाब

➤ मानव के साथ कुत्ते को दफनाये जाने के अवशेष।

6. राखीगढ़ी – हिसार (हरियाणा)

➤ वर्तमान में सिंधुघाटी का सबसे बड़ा स्थल है।

7. बनवाली – हिसार (हरियाणा)

➤ मिट्टी का हल प्राप्त हुआ।

8. रंगपुर – काठियावाड़ (गुजरात)

9. सुरकोटड़ा – गुजरात

➤ घोड़े की अस्थियाँ।

10. लोथल – अहमदाबाद (गुजरात)

➤ यह स्थल सिन्धुघाटी सभ्यता का एक बंदरगाह था।
➤ जौ व चावल के अवशेष।

11. धौलावीरा – कच्छ का रन (गुजरात)

➤ सिन्धुघाटी सभ्यता का एकमात्र स्थल जो तीन भागों में विभाजित था
➤ एक खेल स्टेडियम मिला।
➤ एक सूचनापट्ट मिला।

नोट – 27 जुलाई 2021 को धौलावीरा को यूनेस्कों की विश्व धरोहर सुची में शामिल किया गया। (भारत का 40वाँ स्थान)

12. कालीबंगा – हनुमानगढ़ (राजस्थान)

➤ शाब्दिक अर्थ – काले रंग की चूड़ियाँ
➤ खोजकर्ता – अमलानन्द घोष (1953 ई.)
➤ विश्व का एकमात्र स्थल जहाँ से जुते हुए खेत के साक्ष्य।
➤ मेसोपोटामिया की बेलनाकार मोहरें।
➤ मिश्रित फसल के अवशेष (जौ + गेहूँ)

➤ सिन्धुघाटी सभ्यता नगरीय सभ्यता थी।
➤ पवित्र जानवर – एक श्रंगी कुबड़ वाला साँड
➤ पिग्गट महोदय ने हड़प्पा व मोहनजोदड़ो को सिन्धुघाटी सभ्यता की जुड़वाँ राजधानी कहा।

 

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