प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 2 सितंबर 2022 को कोच्चि में भारत के पहले स्वदेशी विमानवाहक पोत INS Vikrant को राष्ट्र को समर्पित किया। यह सिर्फ एक युद्धपोत नहीं, बल्कि 21वीं सदी के भारत की मेहनत, प्रतिभा और आत्मनिर्भरता का प्रतीक है।
✦ INS Vikrant की विशेषताएं
- लंबाई: 262.5 मीटर
- चौड़ाई: 61.6 मीटर
- वजन: लगभग 43,000 टन
- गति: अधिकतम 28 नॉट्स
- दूरी: 7,500 नौटिकल मील की सहनशक्ति
- एयर विंग: 30 विमान – MiG-29K फाइटर जेट्स, Kamov-31, MH-60R हेलीकॉप्टर और स्वदेशी LCA (Navy)
✦ 76% स्वदेशी योगदान – ‘Make in India’ की पहचान
INS Vikrant में 76% स्वदेशी उपकरण और तकनीक का प्रयोग हुआ है।
- स्टील: DRDO और भारतीय कंपनियों द्वारा निर्मित
- पंप, केबल, गियरबॉक्स, रिफ्रिजरेशन: पुणे, कोलकाता, आनंद, चेन्नई और अन्य भारतीय शहरों से
इससे देशभर के 550 से अधिक MSMEs और हज़ारों इंजीनियरों, वैज्ञानिकों और श्रमिकों को रोजगार मिला।
✦ प्रधानमंत्री जी ने फहराया भारतीय नौसेना का नया ध्वज
प्रधानमंत्री मोदी ने इस अवसर पर भारतीय नौसेना का नया ध्वज भी फहराया, जो छत्रपति शिवाजी महाराज से प्रेरित है और औपनिवेशिक काल की पहचान को पूरी तरह हटाता है।
✦ INS Vikrant का सामरिक और आर्थिक महत्व
- हिंद-प्रशांत और हिंद महासागर क्षेत्र में भारत की शक्ति बढ़ेगी
- समुद्री व्यापार और राष्ट्रीय सुरक्षा को नई मजबूती मिलेगी
- भारत की आत्मनिर्भर रक्षा उत्पादन क्षमता का विश्व को संदेश
रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह के अनुसार, INS Vikrant ‘अमृतकाल’ के अगले 25 वर्षों में भारत की सुरक्षा का नया प्रहरी होगा। साथ ही, भारतीय नौसेना ने 2047 तक पूर्णतः ‘Made in India’ नौसेना का लक्ष्य रखा है।