Indian Navy and DRDO successfully tests VLSRSAM missile: रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) और भारतीय नौसेना ने कल स्वदेशी रूप से विकसित Vertical launch short range surface to air missile (VLSRSAM) का चांदीपुर स्थित इंटीग्रेटेड टेस्ट रेंज (ITR) से सफल उड़ान परीक्षण किया। यह परीक्षण नौसेना की जहाजों को निकट दूरी और निचली ऊंचाई पर हवाई हमलों से बचाने की क्षमता को साबित करता है।
परीक्षण की मुख्य विशेषताएं:-
- ये मिसाइल अत्यंत कम दूरी और न्यून ऊंचाई पर उच्च गति वाले हवाई लक्ष्य को सटीकता से नष्ट कर सकता है।
- ये मिसाइल तीव्र मोड़ लेकर अपनी गतिशीलता और पिन-पॉइंट एक्यूरेसी से लक्ष्य को नष्ट कर देता है।
- मिसाइल में भारतीय रेडियो फ्रीक्वेंसी सीकर, मल्टी-फंक्शन रडार और वेपन कंट्रोल सिस्टम शामिल हैं, जो पूरी तरह स्वदेशी हैं।
यह परीक्षण VLSRSAM की “नियर-बाउंड्री-लो अल्टीट्यूड” क्षमता को प्रमाणित करता है, जो दुश्मन के विमानों या ड्रोन्स को अंतिम क्षणों में भी नष्ट करने में सक्षम है। सभी प्रणालियों को युद्धक अवस्था में तैनात करके परीक्षण किया गया, जिससे इसकी विश्वसनीयता साबित हुई।
रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने DRDO और नौसेना को बधाई देते हुए इस मिसाइल को “भारत की रक्षा अनुसंधान क्षमता का प्रतीक” बताया। उन्होंने कहा कि यह प्रणाली नौसेना के लिए एक “फोर्स मल्टीप्लायर” साबित होगी।
परीक्षण के डेटा को ITR (Integrated Test Range) चांदीपुर के उन्नत उपकरणों द्वारा रिकॉर्ड किया गया। यह सफलता भारत को मिसाइल प्रौद्योगिकी में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक और कदम है।